कुमार सानू: बॉलीवुड के सदाबहार पार्श्वगायक भारतीय संगीत जगत में कुमार सानू एक ऐसा नाम है, जिसे किसी परिचय की आवश्यकता नहीं। उनकी सुरीली आ...
कुमार सानू: बॉलीवुड के सदाबहार पार्श्वगायक
भारतीय संगीत जगत में कुमार सानू एक ऐसा नाम है, जिसे किसी परिचय की आवश्यकता नहीं। उनकी सुरीली आवाज़, अद्भुत गायकी और बेमिसाल प्रतिभा ने उन्हें बॉलीवुड के सबसे प्रसिद्ध पार्श्वगायकों में से एक बना दिया। उनका संगीत आज भी लोगों के दिलों में बसा हुआ है और उनकी गायकी की मधुरता श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर देती है।
कुमार सानू का आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट @kumarsanuofficial है, जहां उनके 4 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं। इस अकाउंट पर 700 से अधिक पोस्ट्स हैं, जिनमें उनके संगीत, व्यक्तिगत जीवन और आगामी प्रोजेक्ट्स से संबंधित सामग्री शामिल है।
इसके अलावा, एक फैनपेज @singer_kumar_sanu भी है, जिसे उनके प्रशंसकों द्वारा संचालित किया जाता है और इसे कुमार सानू के आधिकारिक अकाउंट द्वारा फॉलो किया गया है। इस फैनपेज पर 115,000 से अधिक फॉलोअर्स हैं और 1,500 से अधिक पोस्ट्स उपलब्ध हैं।
कुमार सानू ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट की घोषणा 6.9 वर्ष पहले अपने फेसबुक पेज पर की थी।
उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर, आप उनके नवीनतम संगीत, कार्यक्रमों और व्यक्तिगत झलकियों से अपडेट रह सकते हैं।
प्रारंभिक जीवन और संघर्ष
कुमार सानू का असली नाम केदारनाथ भट्टाचार्य है। उनका जन्म 20 अक्टूबर 1957 को कोलकाता, पश्चिम बंगाल में हुआ था। संगीत का गुण उन्हें अपने पिता पशुपति भट्टाचार्य से मिला, जो स्वयं एक प्रतिभाशाली गायक और संगीतकार थे। उन्होंने अपनी प्रारंभिक संगीत शिक्षा अपने पिता से ही प्राप्त की और धीरे-धीरे संगीत की दुनिया में अपना स्थान बनाने के लिए प्रयासरत रहे।
बॉलीवुड में सफर की शुरुआत
कुमार सानू ने बॉलीवुड में अपनी शुरुआत 1980 के दशक में की थी, लेकिन उन्हें असली पहचान 1990 में मिली, जब उन्हें फिल्म आशिकी (1990) में गाने का अवसर मिला। इस फिल्म के गानों ने अपार लोकप्रियता हासिल की और कुमार सानू रातोंरात सुपरस्टार बन गए।
संगीत करियर और प्रमुख गाने
कुमार सानू ने अपने करियर में हजारों गाने गाए हैं, जिनमें से कई आज भी बेहद लोकप्रिय हैं। उनके कुछ सबसे प्रसिद्ध गाने हैं:
- "धीरे धीरे से" (आशिकी, 1990)
- "तुझे देखा तो ये जाना सनम" (दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, 1995)
- "अब तेरे बिन जी लेंगे हम" (आशिकी, 1990)
- "ये काली काली आँखें" (बाज़ीगर, 1993)
- "जब कोई बात बिगड़ जाए" (जुर्म, 1990)
- "चुरा के दिल मेरा" (मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी, 1994)
कुमार सानू की आवाज़ की मिठास और उनकी गायकी की सरलता ने उन्हें दर्शकों का चहेता बना दिया। उन्होंने रोमांटिक, दुखद, मेलोडी और डांस नंबर्स, हर प्रकार के गाने गाए और हर बार अपनी छाप छोड़ी।
रिकॉर्ड और उपलब्धियां
कुमार सानू ने लगातार पाँच वर्षों (1990-1994) तक फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक पुरस्कार जीता, जो अपने आप में एक अनोखा रिकॉर्ड है। इसके अलावा, उनका नाम गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज है क्योंकि उन्होंने 1993 में एक दिन में 28 गाने रिकॉर्ड किए थे।
वर्तमान समय और योगदान
हालांकि 90 के दशक में उनकी लोकप्रियता चरम पर थी, लेकिन कुमार सानू आज भी संगीत प्रेमियों के दिलों में बसे हुए हैं। वह नए गानों के साथ-साथ लाइव कॉन्सर्ट और शो में भी सक्रिय रहते हैं। वह नए गायकों को प्रेरित करते हैं और भारतीय संगीत को आगे बढ़ाने में योगदान दे रहे हैं।
रियलिटी शो में जज के रूप में
कुमार सानू ने कई मशहूर गायन रियलिटी शो में जज की भूमिका निभाई है। उन्होंने 'सारेगामापा', 'इंडियन आइडल', और 'बिग स्टार लिटिल स्टार' जैसे कार्यक्रमों में बतौर जज उभरते हुए प्रतिभाशाली गायकों को मार्गदर्शन दिया। उनकी विशेषज्ञता और संगीत की गहरी समझ ने उन्हें प्रतियोगियों के लिए एक प्रेरणास्रोत बना दिया है। वह नए गायकों को उनकी प्रतिभा निखारने और बेहतर प्रदर्शन करने के लिए मूल्यवान सुझाव देते हैं।
कुमार सानू और शाहरुख खान के गाने
कुमार सानू ने बॉलीवुड के सुपरस्टार शाहरुख खान के लिए भी कई हिट गाने गाए हैं, जो आज भी लोगों के दिलों में बसे हुए हैं। उनके कुछ सबसे प्रसिद्ध गाने इस प्रकार हैं:
"ये काली काली आँखें" (बाज़ीगर, 1993)
"बाहों के दरमियां" (खिलाड़ी, 1996)
"सोना नहीं चांदी नहीं" (हम हैं राही प्यार के, 1993)
"मेरा दिल भी कितना पागल है" (साजन, 1991)
"तुझे देखा तो ये जाना सनम" (दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, 1995)
कुमार सानू और शाहरुख खान की जोड़ी ने 90 के दशक में कई रोमांटिक और हिट गाने दिए, जो आज भी संगीत प्रेमियों के दिलों में गूंजते हैं।
कुमार सानू और अन्य सह-गायक
कुमार सानू ने बॉलीवुड में कई प्रतिष्ठित गायकों के साथ गाने गाए हैं। उनकी कुछ प्रमुख जोड़ीदार गायकों के साथ खास उपलब्धियां इस प्रकार हैं:
उदित नारायण: कुमार सानू और उदित नारायण दोनों 90 के दशक के सबसे प्रमुख पार्श्वगायक रहे हैं। दोनों की जुगलबंदी कई हिट फिल्मों में देखने को मिली, जैसे दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, राजा हिंदुस्तानी, और अंदाज अपना अपना।
अभिजीत भट्टाचार्य: कुमार सानू और अभिजीत ने मिलकर कई सुपरहिट गाने गाए हैं, जिनमें बाज़ीगर और यस बॉस जैसी फिल्मों के गाने शामिल हैं।
सोनू निगम: कुमार सानू और सोनू निगम ने एक साथ कई शानदार गाने गाए हैं। सोनू निगम 90 के दशक के अंत और 2000 के दशक में उभरे, लेकिन कुमार सानू के साथ उनकी जोड़ी ने कई यादगार गाने दिए।
कुमार सानू का संगीत करियर प्रेरणादायक है। उनकी गायकी की मधुरता और रोमांस भरे गानों ने उन्हें हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के सबसे लोकप्रिय पार्श्वगायकों में से एक बना दिया है। उनकी आवाज़ की जादूगरी आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करती रहेगी।
"संगीत का जादू कभी खत्म नहीं होता, और कुमार सानू की आवाज़ हमेशा हमारे दिलों में गूंजती रहेगी।"